ICAR-Indian Institute of Natural Resins & Gums, Ranchi (Jharkhand), India
Abstract
Not Availableप्रोपोलिस मोम और रेजिन की विभिन्न मात्राओ का एक मिश्रण है जो मधुमक्खियों द्वारा पौधों विशेषकर फूल और कलियों से एकत्र कर बनाया जाता हैं। मधुमक्खिया उनके मेन्डिबल्स से फूल और कलियों के सुरक्षात्मक रेजिन को स्क्रैप कर फिर उसे अपने पिछले पैरों से पराग छर्रों की तरह हाइव तक ले जाया जाता है। यह माना जा सकता है कि, रेजिन इकट्ठा करने और मॉडलिंग की प्रक्रिया में मधुमक्खियों द्वारा लार और अन्य स्राव के साथ ही मोम भी मिश्रित कर दिया जाता हैं।
श्रमिक मक्खियों द्वारा इस रेजिन का प्रयोग नेस्ट केविटीज के अंदर छिद्र भरने के लिए और सभी ब्रूड छ्त्ते की मरम्मत, छ्त्ते में छोटे दरारें सील करने, हाइव के प्रवेश द्वार का आकार कम करने, छ्त्ते के अंदर किसी भी मरे हुए जानवर को सील बंद करने में, छ्त्ते के प्रवेश द्वार के आकार को कम करने के लिये एवं शायद सबसे महत्वपूर्ण शिशु (ब्रूड) कक्षों को सील करने के लिए, मोम के साथ प्रोपोलिस की थोड़ी सी मात्रा मिश्रित कर किया जाता है। ये उपयोग प्रोपोलिस के जीवाणुरोधी और ऐंटिफंगल प्रभाव होने के कारण कॉलोनी की बीमारियों के विरुद्ध रक्षा करते हैं।
प्रोपोलिस का संघटन मधुमक्खियों के लिए उपलब्ध पौधों के प्रकार पर निर्भर करता है। प्रोपोलिस का रंग, गंध एवं औषधीय विशेषताएँ साल के मौसम एवं स्रोत के अनुसार परिवर्तित होते रहते है। इसके अलावा, कुछ मधुमक्खियाँ एवं कुछ कालोनियाँ प्रोपोलिस के अधिक उत्साही संग्राहक होते हैं, जो कि आमतौर पर मधुमक्खी-पालक के लिए निराशात्मक होता है, क्योंकि प्रोपोलिस एक बहुत चिपचिपा पदार्थ होता है, अत: बहुतायत में होने पर यह बक्से से फ्रेम को निकालने में कठिनाई कर देता हैं।
प्रोपोलिस के लिए फ़ोरेजिगं केवल वेस्टर्न मधुमक्खी एपिस मेलिफ़ेरा में ही पाई जाती है। एपिस की एशियाई प्रजाति प्रोपोलिस जमा नहीं करती हैं। केवल मेलिपोनिनी या बेडंक मधुमक्खियाँ ही हीव्स को सील करने, शहद एवं भंडारण हेतु पराग घट निर्माण के लिए, इसी प्रकार का चिपचिपा राल पदार्थ एकत्रित करने के लिए जानी जाती है।Not Availabl